तत्र प्रत्ययैकतानता ध्यानम।। 3-2 ।।-योगसूत्र अर्थात- जहाँ चित्त को लगाया जाए उसी में वृत्ति का एकतार चलना ध्यान है। धारणा का अर्थ चित्त को एक जगह लाना या ठहराना है लेकिन ध्यान का अर्थ है जहाँ भी चित्त ठहरा हुआ है उसमें वृत्ति का एकतार चलना ध्यान है। उसमें जाग्रत रहना ध्यान है।
कभी मत सोचिये कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है|
HAVE A NICE DAY AND GURU BLESS TO ALL.
Satsang is held on every Sunday at Malviya Nagar at 9:00AM.